घर से बाहर काम करने वालों की रोज धूल-मिट्टी का सामना करना ही पडता है, चाहे वे खुद को अच्छी तरह कितना भी ढक क्यों न लें। ऐसे में फेस स्किन के ड्राई और डार्क होने को लेकर परेशान ही रहते हैं। यहां हम ऐसी ही लड़कियों की इन ब्यूटी प्रॉब्लम्स को टाटा बाय बाय कहने के लिये कुछ ब्यूटी हैक्स बताने रहे हैं। आपकी स्किन ग्लोइंग बने, इसके लिए अपने स्किन केयर रुटीन में फेस की क्लींजिंग, टोनिंग और मॉइश्चराइजिंग को जरूर ऐड करें।
क्या होता है मेडिकल फेशियल - What is Medical Facial?
क्या है लेजर टोनिंग तकनीक - What is Laser Toning Technique?
मॉइश्चराइजिंग - How to Moisturize your Face?
कैसे बनाएं घर पर मास्क - How to make Face Mask at Home?
जब भी कहीं बाहर से आएं तो अपने चेहरे को तुरंत किसी बेहतरीन क्लींजर से साफ करें। अगर चेहरे पर पिंपल हैं तो एंटीबैक्टीरियल क्लींजर का प्रयोग करें जिससे पोर्स खुल जाएं और गंदगी साफ हो जाए। क्लीजिंग के लिए आप अरंडी, जैतून और नारियल के तेल का उपयोग करके भी स्किन में चमत्कारिक बदलाव महसूस कर सकते हैं। यह ड्राई, डिहाइड्रेटेड और असमय झुर्रियों वाली स्किन के लिए भी अच्छा होता है।
इसे इस्तेमाल करने के लिए थोड़ा सा गर्म तेल अपनी हथेली पर लेकर, अपने चेहरे की कुछ मिनट मालिश करें। फेस की ऑयल मसाज स्किन के पोर्स में छिपी गंदगी को साफ करने और ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में मदद करती है। साथ ही यह स्किन से मेकअप साफ करने में भी मदद करती है। इसके बाद गर्म पानी में भीगे सॉफ्ट तौलिया को निचोड़कर अपने चेहरे पर कुछ मिनट के लिए रखें। ऐसा करने से आपकी स्किन के पोर्स साफ हो जायेंगे।
क्लीनिंग के लिये मेडिकल फेशियल भी करवा सकती हैं जो पार्लर में होने वाले रुटीन फेशियल से अलग होता है। यह मेडिसिनल स्किन ट्रीटमेंट स्किन की खास जरूरतों के अनुकूल होते हैं। सौंदर्य विशेषज्ञ सबसे पहले आपकी स्किन की जांच करने के बाद आपको सही मेडिकल सामग्री की सिफारिश करते हैं। एक क्लीजिंग मेडी फेशियल में रोमछिद्रों में मौजूद ब्लैकहैड्स और वाइटहैड्स को अल्ट्रासोनिक उपचार द्वारा सॉफ्ट एक्सट्रेक्शन से निकाला जाता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है और स्क्रब से डेड स्किन सेल्स को साफ करके स्किन स्वस्थ और चमकदार बनती है।
चेहरे को प्राकृतिक रूप से साफ करने के लिए घर पर बने क्लींजर का भी प्रयोग किया जा सकता है। खीरे के रस को थोड़े से दूध में मिलाकर चेहरे पर लगाएं। यह नेचुरल क्लींजर का काम करेगा। यह आपके चेहरे से गंदगी और डेड स्किन को बाहर निकालेगा।
क्लीजिंग के बाद स्किन को टोनिंग अर्थात पोषण की जरूरत होती है। बहुत से लोग स्किन की क्लींजिंग तो करते हैं परन्तु टोनिंग न करने से उन्हें मनचाहा निखार प्राप्त नहीं होता। वास्तव में टोनिंग क्लींजिंग प्रक्रिया का ही एक प्रमुख हिस्सा होता है, जो चेहरे की खूबसूरती और निखार को बनाए रखने के लिए ज़रूरी है। टोनिंग से स्किन में मौजूद एक्स्ट्रा ऑयल कंट्रोल होता है और धूल- मिट्टी के कारण स्किन में जमा गंदगी भी साफ होती है।
स्किन के प्रकार को देखते हुए स्किन की क्लींजिंग और टोनिंग की जानी चाहिए। आजकल अत्याधुनिक लेजर टोनिंग तकनीक से भी मनचाहा निखार पाना संभव है। अमेरिका और यूरोप में यह तकनीक काफी प्रचलित है। इसमें स्किन क्लीजिंग के बाद सबसे पहले चारकोल सॉल्यूशन चेहरे पर लगाया जाता है, जिसमें स्किन व्हाइटनिंग सेरम व विटामिंस होते हैं। दूसरे फेज में लेजर बीम द्वारा स्किन व उसके नीचे की परतों को उत्तेजित किया जाता है। लेजर टोनिंग ब्राउन स्मॉट्स, फ्रैकिल्स, कील व मुहांसों के दाग हटाने में काफी कारगर है।
घरेलू टोनर बनाने के लिए पपीते, खीरे, टमाटर का जूस या केले का पल्प भी लगा सकती हैं।
स्किन की सफाई के लिए स्क्रबिंग भी काफी अच्छा उपाय है। यह स्किन की बाहरी डेड लेयर को आसानी से हटाता है। साथ ही एक्स्ट्रा सीबम की वजह से बंद हुए रोमकूपों को भी खोलता है ताकि ब्लैकहेड्स न बन पाएं। सीबम स्किन का प्राकृतिक मॉइश्चराइजर होता है। स्क्रबिंग से स्किन का रक्तसंचार व लचीलापन बढ़ता है।
अगर स्किन स्पेशलिस्ट्स की मानें तो स्क्रबिंग का सही समय रात को सोने से पहले का होता है। रात में स्क्रबिग करने से आपकी स्किन पर मौजूद दिनभर की धूल साफ हो जाती है और आपके पोर्स भी खुल जाते हैं। इतना ही नहीं, रात को स्क्रबिग करने से आपके चेहरे पर दोबारा किसी तरह की धूल नहीं जम पाती और इससे आपकी स्किन को पर्याप्त मात्रा में हवा मिलती है।
वैसे ज्यादातर लड़किया सुबह के समय मे ही स्क्रबिग का प्रयोग करती हैं, जो नहीं करना चाहिए। इसकी वजह यह है कि अगर आप सुबह स्क्रबिंग करने के बाद बाहर जाएंगी तो सूरज की पराबैंगनी किरणों से स्किन काली होने लगेगी। अच्छा होगा कि आप अपनी स्किन को रात के समय ही स्क्रब करें।
अगर आपकी स्किन ड्राई है तो आपको महीने में कम से कम तीन बार स्क्रबिंग करनी चाहिए। इसके अलावा अगर अापकी स्किन ऑयली है तो आप केवल महीने में दो ही बार स्क्रबिंग का प्रयोग करें। इससे आपकी स्किन साफ भी हो जाएगी और उसे किसी भी तरह का नुकसान भी नहीं होगा।
ऑरेंज पील पाउडर में कुछ बूंदे एसेंशियल ऑयल व दूध की मिलाकर तैयार पेस्ट से चेहरे की स्क्रबिंग करें। इससे स्किन साफ और सुंदर हो जाएगी।
आॅयल और पिंपल रहित स्किन चाहते हैं तो करें इन फेस स्क्रबर का इस्तेमाल
हमारी स्किन की सबसे ऊपरी लेयर ऑयल, फैट और स्किन सेल्स से बनी होती है। यह तीनों चीजें स्किन में मॉइश्चर बैलेंस बनाए रखती हैं। स्किन की नमी को बरकरार रखने के लिए मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल जरूरी है। यह स्किन को कोमल और कांतिमय बनाए रखता है। हमेशा अच्छे ब्रांड की मॉइश्चराइजिंग क्रीम का इस्तेमाल करें।
मॉइश्चराइजर लगाने से पहले अपने चेहरे को अच्छे से सुखा लें। रात में सोने से पहले अपने चेहरे को साफ करके मॉइश्चराइजर जरूर लगाएं। रात में सोने से पहले क्रीम लगाने से स्किन को अच्छी तरह से नमी मिलती है और आपकी स्किन सॉफ्ट हो जाती है।
घरेलू मॉइश्चराइजर बनाने के लिये एवोकाडो, शहद, नींबू का रस व दही को एकसाथ ब्लेंड करें। इस मिश्रण को अच्छी तरह फेंटें जिससे यह क्रीमी हो जाए। इसे आधे घंटे के लिए फ्रिज में रखें, फिर इससे चेहरे और गर्दन की मसाज करें। यह स्किन की नमी को बनाए रखने के साथ ही उसे सॉफ्ट और कांतिमय बनाता है।
मॉइश्चराइजिंग के बाद की जाती है स्टीमिंग। फेस पर स्टीमिंग करने से स्किन के पोर्स खुल जाते हैं और गंदगी बाहर निकल जाती है। स्टीमिंग फेस पैक लगाने से पहले करनी चाहिए। इसके बाद फेस पैक लगाने से चेहरे पर ग्लो आता है। यदि आपकी स्किन ऑयली है तो फेस को स्टीम देनी चाहिए और यदि आपकी स्किन बहुत ड्राई रहती है, तो स्टीम नहीं लेनी चाहिए।
रूखी, बेजान स्किन में निखार लाने और उसे चुटकियों में खूबसूरत बनाने के लिए फेस पैक से बेहतर विकल्प कोई और नहीं है। यह न सिर्फ स्किन को भीतर से खूबसूरत बनाता है, बल्कि उसे साफ करने में भी मदद करता है। चेहरे पर फेस पैक हफ्ते में केवल दो दिन ही लगाना चाहिए। इसमें प्रयोग की जाने वाली सामग्री स्किन के लिए हार्ड नहींं होनी चाहिए। फेस पैक का खास मकसद बंद पोर्स को खोलना और गंदगी साफ करना है, न कि चेहरे का प्राकृतिक तेल सोखना।
इसके बाद फेस पैक का एक ही कोट लगाना काफी रहता है। इस पर बार-बार कोट लगाने से कोई फायदा नहीं होता। यदि आपका पैक काफी गीला है और चेहरे पर लगान से बह रहा है तो उसमें थोड़ा सा बेसन या चंदन पाउडर मिक्स कर लें।
यदि आपकी स्किन संवेदनशील यानि सेंसिटिव है तो मास्क को 10 से 15 मिनट तक रखें और यदि आपकी स्किन नॉर्मल है तो 20 से 30 मिनट तक मास्क को रखा जा सकता है।
घरेलू मास्क बनाने के लिये एक बाउल में टमाटर का पेस्ट और चार-पांच बूंद नींबू का रस डालकर अच्छी तरह से मिलाएं। अपनी उंगलियों की मदद से इस मिश्रण को चेहरे पर लगाएं और हल्के हाथों से चेहरे पर मसाज करें। इस फेस पैक को चेहरे पर 15 मिनट तक लगा रहने दें और उसके बाद चेहरा साफ कर लें। इस फेस पैक से चेहरे की स्किन में कसाव आएगा और स्किन मुलायम व चमकदार बनेगी।
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चेहरे को धोने के लिए हल्के ठंडे या सादे पानी का प्रयोग किया जाना चाहिए क्योंकि गर्म पानी आपके चेहरे को ड्राई कर देता है, तो ठंडा पानी चेहरे के पोर्स को बंद कर देता है। फेस मास्क को कभी भी पूरा सूखने न दें। इसे तब ही साफ कर लें जब यह सैमी ड्राई हो क्योंकि सूखा हुआ मास्क काफी कठोर हो जाता है जिसे चेहरे से निकालना मुश्किल होता है। और तब साफ करने पर यह आपके चेहरे को नुकसान पहुंचा सकता है।
यदि आपका मास्क गलती से ज्यादा सूख जाए तो उसे चेहरे से हटाने के लिए सबसे पहले उस पर पानी के छींटें मारें, फिर जब वह कुछ सॉफ्ट हो जाए तब उसे छुड़ाएं। मास्क को साफ करने के बाद चेहरे को भीगे तौलिए से आराम से पोंछें और मॉइश्चराइजर लगाएं।
(भारती तनेजा, डॉयरेक्टर ऑफ एल्पस ब्यूटी क्लीनिक एंड एकेडमी से बातचीत के आधार पर)
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